- सीधी भर्ती के वन रक्षकों का 6 माह का प्रारंभिक प्रशिक्षण कार्यक्रम :
प्रदेश के 01 वन क्षेत्रपाल महाविद्यालय एवं 08 वन विद्यालयों में सीधी भर्ती के वन रक्षकों के लिये 6 माह के प्रारंभिक प्रशिक्षण कार्यक्रम नियमित रूप से संचालित किये जा रहे हैं। इन प्रशिक्षण कार्यक्रमों के अन्तर्गत विभिन्न वानिकी विषयों एवं अन्य विषयों–कम्प्यूटर कार्य, अनुशासन, नेतृत्व कौशल, संवाल कौशल पर व्याख्यान एवं व्यवहारिक/प्रायोगिक प्रशिक्षण आयोजित होते हैं। इसके अतिरिक्त मध्य प्रदेश के विभिन्न वनमण्डलों/राष्ट्रीय उद्यानों के वनों एवं वन्यप्राणी पर्यावास स्थलों एवं उनमें चल रहे विभिन्न वानिकी एवं अन्य कार्यों का अध्ययन करने बावत् 15 दिवसीय अध्ययन प्रवास पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार आयोजित होता है। प्रशिक्षण के दौरान प्रतिदिन पी.टी. एवं खेलकूद आयोजित किये जाते हैं। वन रक्षकों को पुलिस लाईन में शस्त्र अभ्यास का व्यवहारिक प्रशिक्षण दिया जाता है। इसके अतिरिक्त प्रारंभिक उपचार का भी व्यवहारिक प्रशिक्षण दिया जाता है। वन विद्यालयों में सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं खेलकूद प्रतियोगिता आयोजित होती है। प्रशिक्षण के अंत में संबंधित विषयों की परीक्षा आयोजित की जाती है।
- सेवारत वनपालों का 45 दिवसीय कौशल उन्नयन प्रशिक्षण कार्यक्रम :
वर्तमान में प्रदेश के 01 वनक्षेत्रपाल महाविद्यालय, बालाघाट एवं 05 वन विद्यालयों, क्रमश: वन विद्यालय बैतूल, वन विद्यालय अमरकंटक, वन विद्यालय शिवपुरी, राजीव गांधी सहभागी वानिकी प्रशिक्षण संस्थान, लखनादौन एवं वन विद्यालय गोविन्दगढ़ में वनपालों के लिये 45 दिवसीय प्रारंभिक प्रशिक्षण कार्यक्रम नियमित रूप से संचालित किये जा रहे हैं। इन प्रशिक्षण कार्यक्रमों के अन्तर्गत वानिकी कार्यों से संबंधित महत्वपूर्ण एवं व्यवहारिक विषयों का प्रशिक्षण व्याख्यानों एवं अन्य माध्यम से दिया जाता है। इसके अतिरिक्त सूचना प्रौद्योगिकी जिसमें कम्प्यूटर कार्य इत्यादि सम्मिलित है, के बारे में भी व्यवहारिक ज्ञान दिया जाता है। साथ ही शासकीय विभागों/अशासकीय संस्थानों से समन्वय, जनता एवं जन प्रतिनिधियों के प्रति संवेदनशीलता विषयों पर भी व्यवहारिक प्रशिक्षण दिया जाता है। प्रशिक्षण के दौरान प्रतिदिन पी.टी. एवं खेलकूद आयोजित किये जाते हैं।
अनुशासन, नेतृत्व कौशल, संवाद कौशल पर व्याख्यान एवं व्यवहारिक/प्रायोगिक प्रशिक्षण आयोजित होते हैं। इसके अतिरिक्त मध्य प्रदेश के विभिन्न वनमण्डलों/राष्ट्रीय उद्यानों के वनों एवं वन्यप्राणी पर्यावास स्थलों एवं उनमें चल रहे विभिन्न वानिकी एवं अन्य कार्यों का अध्ययन करने बावत् 15 दिवसीय अध्ययन प्रवास पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार आयोजित होता है। वन रक्षकों को पुलिस लाईन में शस्त्र अभ्यास का व्यवहारिक प्रशिक्षण दिया जाता है।
- सेवारत पदोन्नत वन क्षेत्रपालों का 6 माह का प्रशिक्षण कार्यक्रम :
वर्तमान में वन क्षेत्रपाल महाविद्यालय, बालाघाट में पदोन्नत वन क्षेत्रपालों के लिये 6 माह का अनिवार्य प्रशिक्षण आयोजित किया जा रहा है। इसके अंतर्गत प्रथम चरण में 15 दिवस की अवधि में पदोन्नत वन क्षेत्रपाल बालाघाट स्थित वन क्षेत्रपाल महाविद्यालय में प्रशिक्षण प्राप्त करते हैं। इस प्रथम सत्र की समाप्ति पर प्रत्येक पदोन्नत वन क्षेत्रपाल को एक विस्तृत प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार करने के लिये वानिकी संबंधी विषय आवंटित किया जाता है। प्रशिक्षण कार्यक्रम की आगामी अवधि में पदोन्नत वन क्षेत्रपाल अपनी मूल पदस्थिति के वनमण्डलों में कार्य करते हुये क्षेत्रीय प्रशिक्षण प्राप्त करते हैं एवं साथ ही उनको आवंटित विषयों पर प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार करते हैं। इसके बाद प्रशिक्षण के अंतिम चरण में 15 दिवस की अवधि में वन क्षेत्रपाल महाविद्यालय, बालाघाट में पुन: उपस्थित होकर प्रशिक्षण प्राप्त करते हैं एवं इस दौरान उनके द्वारा अपने प्रोजेक्ट रिपोर्ट के संबंध में प्रस्तुतीकरण किया जाता है।
वर्तमान में प्रदेश में सीधी भर्ती के वन क्षेत्रपालों के लिए भर्ती के समय 18 माह के प्रशिक्षण कार्यक्रम हेतु निदेशक, वन शिक्षा निदेशालय, भारत सरकार, पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय, देहरादून द्वारा देश के हल्द्वानी (उत्तराखण्ड राज्य), बर्नीहाट (असम राज्य), कोयम्बटूर (तमिलनाडू राज्य), दुलापल्ली (हैदराबाद राज्य) में स्थित वन क्षेत्रपाल महाविद्यालयों/वन अकादमियों में सीटें आवंटित की जाती हैं, जिसके अनुसार ही इनमें सीधी भर्ती के वन क्षेत्रपालों 18 माह के प्रशिक्षण कार्यक्रम संचालित होते हैं।
- सीधी भर्ती के सहायक वन संरक्षकों का 2 वर्ष का प्रशिक्षण कार्यक्रम :
वर्तमान में प्रदेश में सीधी भर्ती के सहायक वन संरक्षकों के लिए भर्ती के समय 2 वर्ष के प्रशिक्षण कार्यक्रम हेतु निदेशक, वन शिक्षा निदेशालय, भारत सरकार, पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय, देहरादून द्वारा केन्द्रीय अकादमी राज्य वन सेवा, बर्नीहाट (असम राज्य) एवं केन्दीय अकादमी राज्य वन सेवा कोयम्बटूर (तमिलनाडू राज्य) में सीटें आवंटित की जाती हैं, जिसके अनुसार ही इनमें सीधी भर्ती के सहायक वन संरक्षकों के 2 वर्ष के प्रशिक्षण कार्यक्रम संचालित होते हैं।
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